जयपुर के सीतापुर स्थित इंडियन आयल कारपोरेशन प्लांट में आग
बेकाबू आग ने 11 टैंकर स्वाह किए
जयपुर के सांगानेर स्थित सीतापुरा इण्डियन ऑयल टर्मिनल में गुरूवार शाम लगी आग और धमाकों ने शहर को दहला दिया। देर रात तक टर्मिनल पर 12 में से 11 पेट्रोल-डीजल टैंक एक के बाद एक विस्फोट से उड़ गए। इससे फैली भीषण आग में 3 जानें चली गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इस आग से अरबों के नुकसान की आशंका है। विस्फोट इतना तेज था कि आस-पास के छह किलोमीटर के दायरे में भवनों के खिड़की- दरवाजे टूट गए।
धमाके की आवाज 25 किलोमीटर दूर तक सुनी गई। बीस किलोमीटर दूरी तक धरती हिल गई। करीब पांच सौ मीटर ऊंची आग की लपटें 20 किलोमीटर दूर से भी दिखाई दे रही थीं। जयपुर-कोटा मार्ग पर यातायात रोक दिए जाने के कारण हाइवे पर कई किलोमीटर लम्बी वाहनों की लाइन लग गई। हादसे के समय डिपो के अंदर और बाहर कितने लोग थे इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। धमाकों के बाद टर्मिनल के अंदर और मुख्य गेट के बाहर तबाही का मंजर था, घायल पड़े लोग मदद के लिए कराह रहे थे।
धमाकों से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। इण्डियन ऑयल कर्मचारियों के साथ शहर की दमकल के अलावा एयरपोर्ट अग्निशमन की गाडियां आग बुझाने के लिए आईं। पड़ोसी जिलों से भी दमकल की गाडियां बुलवा ली गइंü, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि कोई घटनास्थल के आस-पास तक भी नहीं पहुंच सकीं। देर रात तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर आस-पास के कई किलोमीटर क्षेत्र में गांव खाली करवा लिए। सेना के तीन सौ से अधिक जवानों की मदद ली जा रही है।
हालात के विश्लेषण से स्पष्ट हुआ कि यह आग तेल खत्म होने के बाद स्वत: ही बुझ जाएगी। आग के कारण रेलवे ने दो ट्रेनों को रद्द किया है, जबकि पैलेस ऑन व्हील्स दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन पर रोक ली गई है। साथ ही पचास रोडवेज बसों का रूट बदला गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा को फोन पर इस विस्फोट से अवगत कराया।
लीकेज से आग, ईश्वर भरोसे
“लीकेज के कारण आग लगी। लीकेज की सूचना पर हम सीतापुरा पहुंचे, उसी समय हादसा हुआ। उस समय शिफ्ट के लोग मौजूद थे। डिपो शाम 5.30 बजे बंद हो जाता है, इसलिए अंदर खाली टेंकर ही थे। अंदर कितने लोग थे इसके बारे में बताया नहीं जा सकता। जहां तक बुलाए गए विशेषज्ञ दलों की बात है, तो सब ईश्वर के भरोसे है। विशेषज्ञ कुछ नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उनका सुबह से पहले पहुंचना सम्भव नहीं लगता। एयर के जरिए आग बुझाने के बारे में हमने तो कभी सुना नहीं। -गौतम बोस, पेट्रोलियम कम्पनियों के राज्य समन्वयक
घायलों की कुशलक्षेम पूछी
राज्यपाल एस.के. सिंह, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे आदि नेताओं ने अस्पतालों में घायलों का हाल पूछा।
भूकम्प सा एहसास
घटना के समय शहर में भूकम्प के झटके महसूस किए गए। मौसम विभाग के अनुसार इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.3 मापी गई।
अरबों का नुकसान
आग से अरबों रूपए के नुकसान की आशंका है। बचाव के लिए मुम्बई, दिल्ली व मथुरा से टीमें रवाना की जा चुकी हैं।
आर्थिक सहायता
राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रूपए। गम्भीर घायलों को 1-1 लाख तथा समान्य घायलों को 50-50 हजार की सहायता की घोषणा की गई है।
मृतकों की संख्या पर असमंजस
मृतकों की संख्या को लेकर असमंजस की स्थिति रही। मुख्य सचिव श्रीमती कुशलसिंह ने जहां तीन जनों की मौत की पुष्टि की वहीं प्रमुख गृह सचिव प्रदीप सेन के मुताबिक दो जनों की मृत्यु हुई। टेलीविजन चैनलों ने मृतकों की संख्या 13 तक बताई जबकि इण्डियन ऑयल के अधिकारी यह बताने की स्थिति में ही नहीं थे कि हादसे के समय डिपो में कितने लोग थे और कितने लोगों की मौत हुई।
देर रात तक राजस्थान पत्रिका कार्यालय में लोग फोन कर मृतकों व अपने परिजनों के बारे में पूछताछ करते रहे। सूत्रों के अनुसार मौके पर सेना को बताया गया कि हादसे के समय डिपो में 20-25 कर्मचारी ड्यूटी पर थे। जबकि 100 अन्य हादसे के दौरान या पहले अन्दर गए थे। यह नहीं कहा जा सकता कि वे बाहर निकल पाएं या नहीं।
इस भयानक विस्फोट से सम्बंधित चित्र निचे देखे
01. IOC टंक में आग लगते हुए!
02. फैलते हुए आग की लपटों के साथ!
03. हॉस्पिटल में घायल मरीज़!
04. पब्लिक में भगदड़ मची!
05. ब्लास्ट के साथ टूटते हुए गाड़ियों के कांच
06. अपने परिजनों को हॉस्पिटल में ढूंढ़ते लोग!
07. बढती हुए आग की लपटें!
08. बुलाया गया सेना को!
09. जयपुर ट्रैफिक जाम!
10. कुशल छेम पूछते हुए पूर्व हुए मुख्यमंत्री
11. फायर बिग्रेड आने का कोई फायदा नहीं.
इस इंडियन आयल कारपोरेशन प्लांट में आग लगने से जयपुर वासियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा! आप हमे लिख भेजें और कमेन्ट कीजिये:- Seo.sharma@gmail.com